मुश्किलों से ये हुनर आता कहीं मुद्दत में है, काम आसां यार ये हरगिज़ ग़ज़लकारी नहीं मुश्किलों से ये हुनर आता कहीं मुद्दत में है, काम आसां यार ये हरगिज़ ग़ज़लकारी नह...
देह है चरखा भाव की पूणी गड्डमड्ड लोक-व्यवहार, नेह बावरा पल-पल ताके झूर-झूर मनुहार देह है चरखा भाव की पूणी गड्डमड्ड लोक-व्यवहार, नेह बावरा पल-पल ताके ...
यदि सेहत,उपलब्धि की,चाहत है भरपूर। तो फिर स्वाद, विवाद से ,रहना होगा दूर।। यदि सेहत,उपलब्धि की,चाहत है भरपूर। तो फिर स्वाद, विवाद से ,रहना होगा दूर।।
अपने जैसे ही लगता प्यारा, है सबको ही सम्मान। अपने जैसे ही लगता प्यारा, है सबको ही सम्मान।
हमें मालूम नहीं अगले पल तक हम रहें या ना रहें, बुरा करने का विचार आये तो कल पे डाले हमें मालूम नहीं अगले पल तक हम रहें या ना रहें, बुरा करने का विचार आये तो...
क्या हालात इतने खराब हो गए हैं ? क्या हालात इतने खराब हो गए हैं ?